रामपुर जेल में मां-बाप समेत सात लोगों की हत्या करके फांसी का इंतजार कर रही अमरोहा के बावनखेड़ी कांड की खलनायिका शबनम से मिलने पहुंचे बेटे ताज को सीने से लगाकर खूब रोई। मां को देख बेटा भी भावुक हो गया। दोनों एक दूसरे से चिपक गए और खूब सिसकियां भरीं। इस दौरान आसपास मौजूद अन्य बंदी भी गमगीम हो गए।
पूरे परिवार को मौत के घाट उतारकर खलनायिका बनी अमरोहा की शबनम इन दिनों रामपुर जेल में अपनी फांसी का इंतजार कर रही रही है। शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर पिता, मां, भाई, भाभी और मासूम भतीजे समेत सात लोगों की हत्या कर देश भर में सनसनी फैला दी थी। शबनम और सलीम दोनो को फांसी की सजा हो चुकी है।
शबनम को जल्द ही फांसी के तख्ते पर ले जाने की चर्चाओं के बीच उसका बेटा ताज उससे मिलने जिला कारागार रामपुर पहुंचा। अपनों के खून से हाथ रंगने के दौरान शबनम गर्भवती थी और उसने जेल में ही अपने बेटे ताज को जन्म दिया था। जेल मैनुअल के अनुसार छह साल का होने पर ताज को जेल से जाना पड़ा। इस पर शबनम के बेटे ताज को बुलंदशहर के डा. उस्मान ने गोद ले लिया। वह रविवार को ताज को लेकर रामपुर जिला कारागार पहुंचे और शबनम से मुलाकात कराई। बेटे को देखते ही शबनम ने उसे सीने से चिपका लिया और रोने लगी। मां को रोता देख बेटा भी भावुक हो गया और ताज भी रोने लगा। मां और बेटा काफी देर तक एक-दूसरे से लिपटकर सिसकियां भरते रहे। बाद में एक दूसरे से खैरियत पूछी। बाद में बेटा मां से मिलकर गोद लेने वाले मां-बाप के साथ बुलंदशहर शहर वापस हो गया।
शबनम बोली, बेटा अच्छे से पढ़ना और मेहनत करना
शबनम का बेटा मोहम्मद ताज करीब 13 साल का है। जेल में मुलाकात के बाद बेटा बाहर निकला, जिसे मीडिया कर्मियों ने घेर लिया और बातचीत करना चाही, लेकिन उसने बात करने से इंकार कर दिया। बाद में गोद लेने वाले पिता ने उसे समझाया। इसके बाद ताज ने कहा कि मां ने कहा है कि अच्छे से पढ़ना और मेहनत करना। इसके अलावा कोई भी बात बताने से ताज ने मना कर दिया।
मां की माफी के लिए राष्ट्रपति अंकल से लगाई है गुहार
शबनम के बेटे ताज ने बताया कि उसने राष्ट्रपति अंकल से गुहार लागई है। उनसे कहा है कि मेरी मां को फांसी न दी जाए। मां को माफ कर दिया जाए।
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