वहीं इस बीच खबर मिली है कि नार्वे अलावा अन्य यूरोपीय देशों में भी इस वैक्सीन का साइड इफेक्ट देखने को मिल रहा है। नार्वे के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि जो लोग इस वैक्सीन प्रभावित हुए हैं, उनके आंखों के पास सूजन और शरीर पर चकत्ते देखे गए, जिसके बाद इन लोगों को दवा दी गई है जल्द ही वो स्वस्थ हो जाएंगे। इसके साथ ही अन्य लोगों में सिर दर्द, थकान और इंजेक्शन लगने की जगह पर तेज दर्द के लक्षण देखे गए।
नार्वे सरकार ने कहा कि कोरोना का टीका बीमार और बुजुर्गों के लिए काफी जोखिम भरा हुआ है। बता दें कि नार्वे में जिन लोगों की वैक्सीन लगने के बाद मौत हुई है, उन्हें सिर्फ वैक्सीन का पहला डोज दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्वे की एक एजेंसी ने अपने एक बयान में बताया है कि फाइजर की तरफ से यह संदेश शुक्रवार को दिया गया है. पहले हमें फाइजर वैक्सीन की 43,875 खुराक मिलने की उम्मीद थी. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि हमें 36,075 खुराकें ही मिलेंगी.
नार्वे की एजेंसी के रिपोर्ट के मुताबिक साइड इफेक्ट को देखते हुए फाइजर ने वैक्सीन निर्यात पर को कम कर दिया है।
बता दें कि अमेरिकी सरकार की एक सलाहकार समिति ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए फाइजर-बायोएनटेक के टीके को दिसंबर में आपात इस्तेमाल की मंजरी दे दी थी।
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